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Showing posts from October, 2018

सर्वाइकल

🌹🌹सर्वाइकल🌹🌹  🌷घरेलू इलाज 1. अगर सीधे सोते हैं तो         तकिया का प्रयोग न करें, करवट से सोते हैं तो इतना मोटा तकिया लें कि गर्दन सीधी ही रहे। 2. तीखे व मसालेदार भोजन न करें। 3. गर्दन का व्यायाम करें। 4. गेहूँ के दाने के बराबर चूना दही/छाछ/जूस/पानी के साथ 3 महीना लें। 5. Tv, computer पर ज्यादा काम न करें। 6. गर्म पानी से सिकाई करें। 7.देशी गाय के गोबर को सुखा कर इसे देशी घी व कपूर की मदद से जला कर राख बना ले और काँच की बोतल में रखें,1चम्मच राख गुनगुने पानी के साथ प्रतिदिन लें,भोजन से 1आधा घन्टा पहले या 1घंटे बाद। 8.बथुआ ज्यादा से ज्यादा खाएं। 9.कब्ज न रहने दें। 🌷आयुर्वेदिक उपाय 1. धतूरे के बीज 15 ग्राम 2. रेवन्द चीनी 10 ग्राम 3. सौंठ 10 ग्राम 4. सफेद फिटकिरी 8 ग्राम 5. सुहागा 8 ग्राम 6. बबुल गोंद 8 ग्राम 7. धतूरे के पत्ते का रस फिटकिरी व सुहागा को तबे पर भून लें। उसके बाद 1 से 6 तक की सामग्री का चूर्ण बना लें,धतूरे के रस की मदद से इसकी चने के दाने के बराबर 30 गोलियां बना लें। सुबह नाश्ते या भोजन के बाद 1 गोली गर्म पानी के ...

*संजीवनी नास्ता*

*आ गया है मौसम इस संजीवनी नास्ते के नियमित सेवन कर आरोग्य बनने का* *संजीवनी नास्ता* *ये है 4 औषधियों का संजीवनी नाश्ता जो 100 वर्षों तक जवां बनाकर सभी रोगों से दूर रखेगी, जरूर पढ़े!!* *आज हम आपको ऐसे भोजन के बारे में बताने जा रहें है, जिसको अगर संजीवनी भी कहा जाए तो ग़लत नहीं होगा। बल बुद्धि और वीर्य बढाने में ये रामबाण है। इसके सेवन से आप खांसी जुकाम से लेकर कैंसर तक आप हर बीमारी से बच सकते हैं। ये भोजन स्वस्थ व्यक्ति को निरोगी बनाये रखता है, कमजोरों को शक्तिशाली, बच्चों को चैंपियन, बूढों को जवान, और जवानो को 100 वर्ष तक जवान बना कर रखता है। इसके फायदे अनगिनत हैं। आइये जाने चार चम्मच गेंहू के दाने , 2 चम्मच मूँग,2चम्मच चना और एक चम्मच मेथी दाना से बना ये संजीवनी भोजन।* *चार चम्मच गेंहू के दाने, 2 चम्मच मूँग 2 चम्मच चना और एक चम्मच मेथी दाना ले कर चार पांच बार अच्छी तरह साफ़ जल से धो*लीजिये। इस के बाद एक गिलास पानी में डालकर चौबीस घंटे रखें। फिर इनको पानी से निकालकर एक मोटे गीले कपडे में बांधकर*अंकुरित होने के लिए चौबीस घंटे तक हवा में लटका दीजये। गर्मियों में बीच बीच में पानी के ...

हींग शक्तिशाली घरेलू औषधि

* दांतों में कीड़ा लग जाने पर रात्रि को दांत में हींग दबाकर सोएं। कीड़े खुद-ब-खुद निकल जाएंगे। * यदि शरीर के किसी हिस्से में कांटा चुभ गया हो तो उस स्थान पर हींग का घोल भर दें। कुछ समय में कांटा स्वतः निकल आएगा। * हींग में रोग-प्रतिरोधक क्षमता होती है। दाद, खाज, खुजली व अन्य चर्म रोगों में इसको पानी में घिसकर उन स्थानों पर लगाने से लाभ होता है। * हींग का लेप बवासीर, तिल्ली व उदरशोथ में लाभप्रद है। * कब्जियत की शिकायत होने पर हींग के चूर्ण में थोड़ा सा मीठा सोड़ा मिलाकर रात्रि को फांक लें, सबेरे शौच साफ होगा। * पेट के दर्द, अफारे, ऐंठन आदि में अजवाइन और नमक के साथ हींग का सेवन करें तो लाभ होगा। * पेट में कीड़े हो जाने पर हींग को पानी में घोलकर एनिमा लेने से पेट के कीड़े शीघ्र निकल आते हैं। * जख्म यदि कुछ समय तक खुला रहे तो उसमें छोटे-छोटे रोगाणु पनप जाते हैं। जख्म पर हींग का चूर्ण डालने से रोगाणु नष्ट हो जाते हैं। * प्रतिदिन के भोजन में दाल, कढ़ी व कुछ सब्जियों में हींग का उपयोग करने से भोजन को पचाने में सहायक होती है।

सहजन के फायदे गुण लाभ और नुकसान

* सहजन को ड्रमस्टिक (drumstick) या मोरिंगा(Moringa)के नाम से जाना जाता है। मोरिंगा तमिल शब्द मुरुंगई से बना है जिसका अर्थ त्रिकोणीय मुड़ी हुआ फल है। सहजन के फायदे गुण लाभ अनेक है सहजन के पेड़ पर वर्ष में एक बार फूल और फिर फल लगते हैं। इसका फल पतला लंबा और हरे रंग का होता है जो पेड़ के तने से नीचे लटका होता है। सहजन के पेड़का हर एक हिस्सा बहुत फायदेमंद होता है और खाने के साथ ही बीमारियों के भी इलाज में उपयोग किया जाता है।* *Sahjan सहजन की पत्तियां एवं फूल घरेलू उपचार में हर्बल मेडिसिन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके फूलों एवं फलों को सब्जियों के रूप में उपयोग किया जाता है। सहजन का गुदा और बीज सूप, करी और सांभर में इस्तेमाल किया जाता है। सहजन का सूप इसकी पत्तियों, फूलों, गूदेदार बीजों से बनाया जाता है जोकि बहुत ही पोषण युक्त होता है और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।* *Sahjan Tree सहजन के पेड़ का कोई एक भाग ही नहीं बल्कि इसका फल, फूल, छाल, पत्तियां और जड़ सभी का उपयोग स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। बीमारियों के इलाज में विशेषरूप से ड्रमस्टिक का इस्तेमाल किया ...

नींबू पानी के फायदे

*नींबू पानी के फायदे* नींबू को गुनगुने पानी में डालकर पीने से पाचन की समस्या दूर होती है। गले में संक्रमण होने पर आधे नींबू को आधे गिलास पानी के साथ लेना फायदेमंद होता है। नींबू में पोटेशियम पाया जाता है। यह हृदय रोगियों के लिए काफी फायदेमंद है। साथ ही हाई ब्लड प्रेशर, चक्कर आना और मतली में नींबू पानी उपयोगी होता है। गुनगुने पानी में नींबू को निचोड़ कर कुल्ला करने से मुंह से बदबू नहीं आती। दांत मजबूत होते हैं। प्रतिरक्षा तंत्र को नींबू पानी मजबूत बनाता है।एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर खाली पेट पीने से पेट साफ रहता है। मोटापे को नियंत्रित करने के लिए सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं। नींबू के रस को चाय में डालकर पिएं या एक नींबू के रस को पानी में डालकर धीमी आंच पर उबालें। ठंडा होने के बाद पीएं इससे बुखार में होने वाली हरारत दूर हो जाएगी और बुखार नहीं आएगा। 🙏🙏हरे कृष्ण 🙏🙏

तलवों की जलन दूर करें विधि से

*तलवों की जलन* गर्मी के मौसम में कई बार पैरों के तलवों में भी जलन महसूस होने लगती है। कभी-कभ्री ये जलन बहुत अधिक बढ़ जाती है। इस समस्या को पैरेसथीसिया कहा जाता हैं।ये समस्या कम हो तो ठीक है, लेकिन यदि लंबे समय तक बनी रहे तो अपनाएं यहां बताए गए घरेलू उपाय।1. अदरकअदरक को कद्दूकस कर उसका रस निकाल लें। उस रस में थोड़ा सा जैतून तेल या नारियल तेल मिलाकर गुनगुना कर लें। इस मिश्रण से रोज सोने से पहले अपनी एड़ियों और तलवोंपर 10 मिनट के लिए मालिश करें।2. मक्खनमक्खन और मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाकर लगाने से हाथ और पैरों की जलन दूर हो जाती है।नोट-यह समस्या पैरों में खून का प्रवाह धीमा होने पर भी होती है और यह तब होता है जब उम्र के साथ साथ पैरों की नसें क्षतिग्रस्त या फिर कमज़ोर हो जाती हैं। ऐसे में चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

योग की कुछ जानकारी

*योग🧘‍♀की कुछ जानकारी जिसका ज्ञान सबको होना चाहिए* :- 1. *रोगी के रोग* की चिकित्सा करने वाले निकृष्ट , रोग के कारणों की चिकित्सा करने वाले औसत और रोग-मुक्त रखने वाले श्रेष्ठ चिकित्सक होते हैं ।   2. *लकवा* - सोडियम की कमी के कारण होता है । 3. *हाई वी पी में* -  स्नान व सोने से पूर्व एक गिलास जल का सेवन करें तथा स्नान करते समय थोड़ा सा नमक पानी मे डालकर स्नान करे । 4. *लो बी पी* - सेंधा नमक डालकर पानी पीयें । 5. *कूबड़ निकलना*- फास्फोरस की कमी । 6. *कफ* - फास्फोरस की कमी से कफ बिगड़ता है , फास्फोरस की पूर्ति हेतु आर्सेनिक की उपस्थिति जरुरी है । गुड व शहद खाएं । 7. *दमा, अस्थमा* - सल्फर की कमी । 8. *सिजेरियन आपरेशन* - आयरन , कैल्शियम की कमी । 9. *सभी क्षारीय वस्तुएं दिन डूबने के बाद खायें* । 10. *अम्लीय वस्तुएं व फल दिन डूबने से पहले खायें* । 11. *जम्भाई*- शरीर में आक्सीजन की कमी । 12. *जुकाम* - जो प्रातः काल जूस पीते हैं वो उस में काला नमक व अदरक डालकर पियें । 13. *ताम्बे का पानी* - प्रातः खड़े होकर नंगे पाँव पानी ना पियें । 14.  *किडनी* - भूलकर भ...
*योग🧘‍♀की कुछ 100 जानकारी जिसका ज्ञान सबको होना चाहिए* :- 1. *रोगी के रोग* की चिकित्सा करने वाले निकृष्ट , रोग के कारणों की चिकित्सा करने वाले औसत और रोग-मुक्त रखने वाले श्रेष्ठ चिकित्सक होते हैं ।   2. *लकवा* - सोडियम की कमी के कारण होता है । 3. *हाई वी पी में* -  स्नान व सोने से पूर्व एक गिलास जल का सेवन करें तथा स्नान करते समय थोड़ा सा नमक पानी मे डालकर स्नान करे । 4. *लो बी पी* - सेंधा नमक डालकर पानी पीयें । 5. *कूबड़ निकलना*- फास्फोरस की कमी । 6. *कफ* - फास्फोरस की कमी से कफ बिगड़ता है , फास्फोरस की पूर्ति हेतु आर्सेनिक की उपस्थिति जरुरी है । गुड व शहद खाएं । 7. *दमा, अस्थमा* - सल्फर की कमी । 8. *सिजेरियन आपरेशन* - आयरन , कैल्शियम की कमी । 9. *सभी क्षारीय वस्तुएं दिन डूबने के बाद खायें* । 10. *अम्लीय वस्तुएं व फल दिन डूबने से पहले खायें* । 11. *जम्भाई*- शरीर में आक्सीजन की कमी । 12. *जुकाम* - जो प्रातः काल जूस पीते हैं वो उस में काला नमक व अदरक डालकर पियें । 13. *ताम्बे का पानी* - प्रातः खड़े होकर नंगे पाँव पानी ना पियें । 14.  *किडनी* - भूल...

नाभि में तेल डालने के फायदे

*नाभी कुदरत की एक अद्भुत देन है* एक 62 वर्ष के बुजुर्ग को अचानक बांई आँख  से कम दिखना शुरू हो गया। खासकर  रात को नजर न के बराबर होने लगी।जाँच करने से यह निष्कर्ष निकला कि उनकी आँखे ठीक है परंतु बांई आँख की रक्त नलीयाँ सूख रही है। रिपोर्ट में यह सामने आया कि अब वो जीवन भर देख  नहीं पायेंगे।.... मित्रो यह सम्भव नहीं है.. मित्रों हमारा शरीर परमात्मा की अद्भुत देन है...गर्भ की उत्पत्ति नाभी के पीछे होती है और उसको माता के साथ जुडी हुई नाडी से पोषण मिलता है और इसलिए मृत्यु के तीन घंटे तक नाभी गर्म रहती है। गर्भधारण के नौ महीनों अर्थात 270 दिन बाद एक सम्पूर्ण बाल स्वरूप बनता है। नाभी के द्वारा सभी नसों का जुडाव गर्भ के साथ होता है। इसलिए नाभी एक अद्भुत भाग है। नाभी के पीछे की ओर पेचूटी या navel button होता है।जिसमें 72000 से भी अधिक रक्त धमनियां स्थित होती है नाभी में गाय का शुध्द घी या तेल लगाने से बहुत सारी शारीरिक दुर्बलता का उपाय हो सकता है। 1. आँखों का शुष्क हो जाना, नजर कमजोर हो जाना, चमकदार त्वचा और बालों के लिये उपाय... सोने से पहले 3 से 7 बूँदें शुध्द घी...

👉सौंफ वाला दूध बनाने की विधि

रोजना दूध में सौंफ डालकर पीने के इन 9 चमत्कारी फ़ायदों को जान गये तो आज से सौंफ वाला दूध पीने लगोगे। आप रोज सादा दूध पीते है तो इसके बजाय अगर आप दूध में आधा चम्मच सौंफ डालकर पिएंगे तो आप कई बीमारियों से बच सकते हैं.  दूध और सौंफ इन दोनों में ऐसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो कई बीमारियों से शरीर को बचाते हैं। 👉सौंफ वाला दूध बनाने की विधि : सौंफ वाला दूध बनाने के लिए एक गिलास दूध में आधा चम्मच सौंफ मिलाकर दूध को उबाल लें फिर इसे छलनी से अच्छी तरह से छान कर पिएं। इससे सौंफ का अर्क दूध में उतर जाएगा। जो आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। 🌺रोज दूध में सौंफ मिलाकर पीने से होने वाले 9 फायदे के बारे में। 👉इसमें केल्शियम  होता है इससे  हड्डियां  मजबूत होती है और जोड़ो के दर्द से भी बचाव होता है। 👉इससे बॉडी का मेटाबोलिज्म बढ़ता है. यह ड्रिंक वजन कंट्रोल करता है और मोटापे से बचाता है। 👉इस ड्रिंक में एंटी बैक्टीरियल प्रोपर्टीज होती है. इससे पिम्पल्स ठीक होते है और चेहरे की चमक बदती है। 👉इसमें एस्पार्टिक एसिड होता है. इससे कब्ज, एसिडिटी जैसी प्रॉब्लम दूर होती ...

Motapa kam Karen

यह आयुर्वेदिक चाय सबसे तेज़ मोटापा कम करती है यदि आप बगैर व्यायाम, योगासन आदि किए या अधिक कठिन डायटिंग किए बिना मोटापा घटाना चाहते हैं या अपने शरीर को अच्छे आकार (shape) में रखना चाहते हैं तो आपके लिए यहाँ है सरल सीधा व कारगर आयुर्वेदिक उपाय; जिसे आप घरेलू नुस्खा भी कह सकते हैं । वज़न कम करने में आयुर्वेद के उपाय बहुत सहायक व असरदार है आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की सलाह है कि यदि हम रोजाना कुछ खास किस्‍म के मसालों का प्रयोग नियमित समय पर करें, तो हमारा वजन काफी कम हो सकता है । इन मसालों में जीरा, हरी धनिया, काली मिर्च, सौंफ और दालचीनी आदि शामिल है, ये मसाले ना केवल पाचन क्रिया को दुरुस्‍त करते हैं, बल्‍कि शरीर से दूषित पदार्थ भी बाहर निकालने में सहायक होते हैं। इनसे बनी चाय नियमित रूप से पीने पर आपकी त्‍वचा भी साफ एवं स्वस्थ्य हो जाएगी । आइये देखें, इनकी चाय कैसे बनाए, जो मोटापा कम करे । सामग्री- 1 चम्‍मच जीरा, 1 चम्‍मच साबुत धनिया, 1 चम्‍मच सौंफ, 2 बारीक स्‍लाइस अदरक, 1 चम्‍मच काली मिर्च के दाने, 5-7 लौंग, 2 इंच दालचीनी का टुकड़ा एवं 1 लीटर पानी । विधि - सबसे पहले पानी को सभी सामग्रि...